“The Kerala Story” फिल्म सच्ची घटना या प्रोपेगेंडा, सच या झूठ, फिल्म रिव्यू, जाने सब कुछ !

The Kerala Story” क्या एक अच्छी फिल्म है? क्या एक प्रोपेगेंडा फिल्म है? क्या इस फिल्म में मुसलमानों के खिलाफ नफरत दिखाया गया है? क्या इस फिल्म में हिंदुओं के ब्रेन वॉश करके धर्म परिवर्तन वाले दर्द को बयां किया गया है?

The Kerala Story

5 मई 2023 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई फिल्म “The Kerala Story” क्या एक अच्छी फिल्म है? क्या एक प्रोपेगेंडा फिल्म है? क्या इस फिल्म में मुसलमानों के खिलाफ नफरत दिखाया गया है? क्या इस फिल्म में हिंदुओं के ब्रेन वॉश करके धर्म परिवर्तन वाले दर्द को बयां किया गया है? “The Kerala Story” क्या नफरत फैलाने वाली समाज को बांटने वाली फिल्म हैं? क्या इस फिल्म में सेंसर बोर्ड द्वारा 10 कट लगाए जाने के बावजूद भी लोगों पर इंपैक्ट प्रभाव डालने में कामयाब है? क्या फिल्म “The Kerala Story” में लव जिहाद वाली घटना को उजागर किया गया है? क्या इस फिल्म की कहानी सच्ची है या सब फर्जीवाड़ा है? इन सभी सवालों पर भारत की युवा पीढ़ी, भारत की मीडिया कर्मी, भारत के राजनेता चर्चा में जुटे हुए हैं। फिल्म रिलीज होने के बाद लोग तरह-तरह के सवाल उठा रहे हैं और इन पर बात कर रहे है। यहां तक की एक दूसरे समुदायों पर आरोप-प्रत्यारोप का खेल चल रहा है इसमें कहां तक सच्चाई है आज इस पोस्ट में हम बताने का प्रयास करेंगे।

“The Kerala Story” फिल्म सच्ची घटना या प्रोपेगेंडा

फिल्म “The Kerala Story” आजकल भारत में चर्चा का विषय बना हुआ है। हर कोई इस फिल्म की चर्चा कर रहा है कुछ लोग इस फिल्म को केरला में घटित घटना की सच्ची कहानी बता रहे हैं, तो वही कुछ लोग इस फिल्म को प्रोपेगेंडा तक कह दिया है। कुछ लोगों ने इस फिल्म को प्रोपेगेंडा बताते हुए कहा कि इस फिल्म में दिखाई गई कहानी कोई सच्ची घटना नहीं है, 2024 में होने वाली चुनाव की तैयारी हो रही है। तो वही कुछ लोगों ने इस फिल्म को सच्ची घटना बताते हुए कहा कि यह कोई प्रोपेगेंडा नहीं है, केरला में ऐसा सच में हुआ है और एबीपी न्यूज़ ने भी यह साफ कर दिया बीते 7 दिनों से abp news की एक रिपोर्टर निधि श्री जो केरला में जाकर वहां के स्थानीय लोगों से बातचीत की और इस फिल्म में दिखाई गई घटना को सच बताया । निधि श्री केरला की ही स्थानीय रिपोर्टर है उन्होंने केरला के कई जिलों में जाकर वहां के स्थानीय कई माता-पिता से इस फिल्म की घटना के बारे में जानकारी ली। केरल के कई माता-पिता ने यह साफ कर दिया कि यहां पर जाति धर्म के अधार पर लड़कियों के कीमत तय किए जाते हैं। इस रिपोर्ट ने यह साफ कर दिया है कि कहीं ना कहीं यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है।

The Kerala Story" फिल्म सच्ची घटना या प्रोपेगेंडा

फिल्म का विरोध होने पर सुप्रीम कोर्ट का बयान ‘हम कौन होते हैं रुकने वाले’

फिल्म “The Kerala Story” का ट्रेलर आने के बाद लोगों ने इसे चर्चा का विषय बना दिया। कुछ लोगों इस फिल्म का समर्थन कर रहे हैं, तो वहीं कुछ लोग इस फिल्म का विरोध कर रहे हैं। इस फिल्म के विरोध में सुप्रीम कोर्ट में 3 याचिका दायर कर दी गई, कि इस फिल्म को बैन कर दिया जाए। लेकिन फिल्म बैन नहीं हुई। सुप्रीम कोर्ट ने यह साफ कर दिया, जब सेंसर बोर्ड इस फिल्म को पास कर सकता है तो हम कौन होते हैं रोकने वाले। जिनको फिल्म अच्छी लगती है वह देखें, जिन को अच्छी नहीं लगती हो, ना देखें ।

“The Kerala Story” Film Review

फिल्म ‘द केरला स्टोरी‘ कि शुरू में ही लिखा गया है, the film is inspired by any true story यानी यह फिल्म सच्ची घटना पर आधारित है। इस फिल्म में चार लड़कियों के जीवनी को दिखाया गया है, जिसमें 3 लड़कियां एक तरफ और एक लड़की एक तरफ है। इस फिल्म के अंत में इनके माता-पिता ने यह साफ कर दिय कि हमारी लड़कियों के साथ ऐसा हुआ है और इसमें सच्चाई भी है। क्योंकि आज भी 4 लड़कियां अफगानिस्तान की जेल में बंद है और यह खबर न्यूज़पेपर में छपे हैं और टीवी चैनलों पर भी दिखाया गया है।

The Kerala Story" Film Review

Tu Jhoothi Main Makkaar’ रणवीर और श्रद्धा का जादू बरकरार।

फिल्म में दिखाया जाता है। एक लड़की है, जिसे पुलिस फातिमा कहती है, लेकिन वह लड़की कहती है मैं फातिमा नहीं शालिनी हूंशालिनी एक ऐसी लड़की जिसे अपने परिवार से प्यार है। अपने कल्चर से प्यार है। अपने देश से प्यार है। अपने आस-पड़ोस के लोगों से प्यार है। अपनी सभ्यता से प्यार है। वह लड़की नरसिंह करने जाती है और उसका ब्रेनवाश किया जाता है। एक दूसरी लड़की द्वारा उसे उसके धर्म, उनके ग्रंथो, उनके भगवान के खिलाफ भड़काया जाता है। फिर उस लड़की पर प्लानिंग के तहत हमला करवाया जाता है। फिर उसे रिलेशनशिप में लाया जाता है और उसे प्रेग्नेंट कर दिया जाता है। फिर उस लड़की के साथ सेक्सुअल रिलेशनशिप बनाया जाता है जिसके बाद वह लड़की समाज में अपनी इज्जत बचाने के लिए समाज से नफरत करने लगती है। अपने आसपास के लोगों से नफरत करने लगती है। अपने परिवार से नफरत करने लगती है। अपने देश से नफरत करने लगती है| फिर इस लड़की को देश से बाहर अफगानिस्तान ले जाया जाता है और उसे आई एस आई एस ( ISIS ) में भर्ती कराया जाता है और उसे सेक्स ह्सती, आत्मघाती हमलावर और खून बहाने वाली मशीन बनाकर छोड़ दिया जाता है। यह है इस फिल्म की पूरी पटकथा। इस फिल्म की मुख्य किरदार शालिनी नाम बदलने के बाद फातिमा, अदा शर्मा ने इस किरदार को बखूबी निभाया है। इस फिल्म को जब आप शुरू में देखेंगे तो आपको ऐसा लग सकता है कि शायद यह कोई राजनीतिक एजेंडा है। लेकिन जब इसे और आगे तक देखेंगे तो धीरे-धीरे आप इस फिल्म के साथ जुड़ते जाएंगे और आपको यह एहसास हो जाएगा कि यह कोई राजनीतिक एजेंडा नहीं बल्कि सच्ची घटना पर आधारित यह फिल्म निडर और निष्पक्ष इरादे से बनाई गई फिल्म है |

फिल्म की खासियत क्या है ?

अक्सर देखा गया है कोई सा भी फिल्म बनाने से पहले डायरेक्टर, प्रोड्यूसर या फिल्म मैनेजमेंट इस बात को ध्यान में रखते हुए फिल्म बनाते हैं ताकि इस फिल्म की कोई भी दृश्य कोई भी डायलॉग्स किसी को बुरा ना लगे और हम अपनी सारी बात लोगों को कह दे, बता दे। लेकिन द केरला स्टोरी के डायरेक्टर ने ऐसा नहीं किया है उन्होंने पूरी निडरता से बिना फिल्टर किए क्रूरता, मासूमियत, वैश्यपन और गर्जन के साथ सच्चाई को इस फिल्म के जरिए दर्शकों के सामने परोस दिया है। यह अपने आप में खास है।

इस फिल्म को देखना चाहिए या नहीं देखना चाहिए

आज की युवा पीढ़ी मे लड़के और लड़किया दोनों को इस फिल्म को जरूर देखना चाहिए। क्योंकि इस फिल्म मे दिखाया गया है कि आपको समाज के तौर पर बेवकूफ नहीं बनना है। जो लोग इस तरह की मंशा रखते हैं, और इस तरह की हरकतें करते हैं, वह जाति, धर्म देखकर नहीं करते। ऐसे लोगों से हमेशा सचेत और सावधान रहना है।

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